Advocate kaise bane

Namaskar dosto, बहुत सारे युवाओं के मन में यह सवाल होता है कि Advocate (वकील) कैसे बन सकते हैं। Advocate को hindi me अधिवक्ता भी कहा जाता है आज हम आपको आसान और सरल भाषा में यह बताएंगे कि अधिवक्ता बनने के लिए कौन-कौन से कदम उठाने पड़ते हैं और इसमें क्या-क्या आवश्यकताएं होती हैं।

1. शिक्षा कि शुरुआत

वकील बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा पास करनी होगी। आप किसी भी विषय से 12वीं कर सकते हैं, चाहे वो Arts, Science, या Commerce हो।

2. law collage admission

12वीं के बाद आपको लॉ LLB की पढ़ाई करनी होगी। यह कोर्स 3 साल या 5 साल का होता है। यदि आपने 12वीं के बाद सीधे लॉ करना चाहते हैं, तो आपको 5 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स करना होगा, जिसे BA LLB कहते हैं। अगर आप Graduation के बाद लॉ करना चाहते हैं, तो आप 3 साल का LLB कर सकते हैं।

3. Law कि पढ़ाई कैसे करें

Law की पढ़ाई के दौरान आपको भारतीय संविधान, कानूनी प्रक्रिया, न्याय प्रणाली, और अदालतों में कैसे काम किया जाता है, यह सब सीखना होता है। इसमें आपको विभिन्न कानूनों का अध्ययन करना पड़ता है जैसे Criminal Law, Civil Law, और Constitutional Law

4. कॉलेज का चयन करे

अच्छी शिक्षा के लिए अच्छा कॉलेज चुनना बहुत जरूरी है। देश में कई सरकारी और प्राइवेट law collage हैं। कुछ प्रमुख संस्थान जैसे नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी NLU, दिल्ली यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी BHU आदि का नाम बहुत अच्छा है। इन कॉलेज में एडमिशन करने के लिए  लिए CLAT (Common Law Admission Test) जैसी परीक्षा पास करनी होती है। पास होने के बाद आपको ये कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है

5. Internship

Law की पढ़ाई के दौरान आपको कोर्ट में काम करने वाले किसी सीनियर वकील के साथ इंटर्नशिप करनी होगी। इससे आपको ये पता चलेगा कि कोर्ट में काम कैसे होता है कोर्ट में होने वाले कार्यों और उनका प्रोसेस समझने में मदद मिलेगी प्रैक्टिकल ज्ञान मिलेगा और उसकी समझ बढ़ेगी।

6. Registration with bar council

LLB की डिग्री पूरी करने के बाद आपको राज्य की bar council में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद आप एक Advocate के रूप में कोर्ट में प्रैक्टिस कर सकते हैं।

7.(AIBE) ऑल इंडिया बार एग्जाम

Bar Council में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको ‘ऑल इंडिया बार एग्जाम’ (AIBE) पास करना होता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद आपको एक सर्टिफिकेट मिलता है, जिससे आप पूरे भारत में वकील के रूप में प्रैक्टिस कर सकते हैं।

8. प्रैक्टिस कि शुरुआत

Exame pass करने के बाद आप court में किसी senior advocate के साथ काम कर सकते हैं या खुद का केस संभालना शुरू कर सकते हैं। प्रैक्टिस के साथ-साथ आपका अनुभव बढ़ता जाएगा और आप बेहतर वकील बनते जाएंगे।

अब जान लेते है एडवोकेट बनने के फायदे –

1. समाज में मान सम्मान मिलता है।
2. कानून की गहरी समझ विकसित होती है।
3. गरीब और कमजोर लोगों की मदद करने का मौका मिलता है। जो कि एक अच्छा सामाजिक कार्य है
4.आर्थिक रूप से भी अच्छा कॅरियर हो सकता है।

तो दोस्तो ये थी कुछ जानकारी जिससे हम सीखे कि एडवोकेट कैसे बनते है उम्मीद है कि आपको ये हेलफुल लगा होगा, इस संबंधित कोई कोई और जानकारी हो तो जरूर मेरे साथ कॉमेंट सेक्शन में साझा करे धन्यवाद।

 

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